Friday, September 27, 2024

जो हालात बनाये जा रहे हैं !

आज जो मुल्क के हालात बनाये जा रहे हैं,लोग जाति,धर्म के नाम पर जिस विभाजन का शिकार हो रहे हैं, वह कोई अच्छी बात नहीं कही जा सकती हैं,हम एक मज़बूत और अमनपसंद मुल्क तभी बन सकते हैं,जबकि यहाँ इंसाफ़ और भाईचारा क़ायम रहे,तमाम क़िस्म के कमजोर तबकों और अकलियतों को संवैधानिक अधिकार पूरी तरह से मिले,यह तय करना हुक़ूमत की ज़िम्मेदारी है,अगर वह ऐसा करने में क़ामयाब नहीं साबित होती हैं तो देश में अराजकता का माहौल बनता है,जो किसी के लिए भी लाभदायक नहीं हो सकता हैं,यह हमें समझ लेना चाहिये,आजकल मैं अपने इर्द गिर्द जिस तरह का माहौल देख रहा हूँ,वह नाउम्मीद के दौर की आहट देता हैं,लोग जानवरों के नाम पर ज़िंदा लोगों को सरेआम मार देते हैं,छोटी छोटी बेमतलब बातों के लिए लोग सड़कों पर उतर कर हंगामा करने लगते हैं,ऐसा लगता है कि क़ानून के राज का कोई इक़बाल ही नहीं बचा है,क्या यह ठीक बात हैं ?